हरिद्वार। पश्चिम बंगाल में भीड़ द्वारा संतो के साथ मारपीट वाले लोगों पर कार्रवाई न करने के विरोध में संत समाज में रोष है। प्रेस को जारी बयान में पुरुषार्थ आश्रम के अध्यक्ष महामनीषी निरंजन स्वामी महाराज ने कहा है कि केंद्र सरकार को पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए। साधु संतों पर हमला करने वाले लोगों के खिलाफ बंगाल सरकार द्वारा अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया है जो बड़े ही खेद का विषय है। संत समाज यह बर्दाश्त नहीं करेगा। केंद्र सरकार को इस मामले में सख्त निर्णय लेते हुए कार्रवाई के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए भी सरकार को साधु संतों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। निरंजन स्वामी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लगातार हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। ममता सरकार हिंदू विरोधी है हिंदुओं पर लगातार उत्पीड़न कर रही है। केंद्र सरकार को तत्काल प्रभाव से वहां राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए। युवा भारत साधु समाज के अध्यक्ष महंत शिवम महाराज एवं महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि संतों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। संत महापुरुष देश भर में भ्रमण कर सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार करते हैं इस प्रकार के हमले धर्म पर कुठाराघात हैं। केंद्र सरकार को इस मामले में गंभीरता दिखानी चाहिए। इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति ना हो यह भी सरकार द्वारा सुनिश्चित करना चाहिए। महंत सूरज दास, महंत अरुण दास, महंत दुर्गादास, बाबा हठयोगी, स्वामी अनंतानंद, महंत निर्मल दास, महंत कृष्ण मुनी, महंत गुरमीत सिंह स्वामी हरिहरानंद, स्वामी दिनेश दास सहित कई संत महंतो ने घटना पर रोष प्रकट करते हुए कार्रवाई की मांग की है।