Crime

वन विभाग की बनाई गई दीवार तोड़ ढ़ो रहे अवैध खनन सामग्री

सोलर फेंसिंग टूटने से गांवों में पहुंच रहे हाथी

हरिद्वार। खनन माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वन विभाग को ही धता बताते हुए हाथियों को रोकने के लिए बनाई गई सोलर फेंसिंग लाइन ही तोड़ डाली। इतना ही नहीं कुंभ मेले में बनी दीवार को भी तोड़ दिया और अब धड़ल्ले से अवैध खनन सामग्री को ठिकाने लगा रहे हैं। लेकिन जिला प्रशासन और वन विभाग मूकदर्शक बना हुआ तमाशा देख रहा है। वन विभाग के रेंजर का दावा है कि लाइन तोड़ने वाले लोगों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कनखल थाना क्षेत्र के ग्राम अजीतपुर में रविदास धाम के पास कुंभ मेले में वन विभाग द्वारा कई लाख रुपए की कीमत से हाथियों को रोकने के लिए दीवार बनाई गई थी। जबकि इससे पहले वन विभाग ने हाथियों को रोकने के लिए सोलर फेंसिंग लाइन भी लगवाई थी। जिससे हाथी गांव का रुख न कर सके और फसलों को नुकसान ना पहुंचाएं। लेकिन खनन माफियाओं ने इस लाइन को ही तोड़ कर अवैध खनन करते हुए खनन सामग्री को इस रास्ते से ठिकाने लगाने का काम शुरू कर दिया। दीवार और सोलर फेंसिंग लाइन को तोड़कर जहां नियमों का उल्लंघन कर लाखों रुपये का नुकसान किया है। वहीं ग्रामीणों के लिए फिर से हाथियों के आने से खतरा पैदा हो गया है।क्योंकि सोलर फेंसिंग और दीवार के कारण हाथियों की आवाजाही अजीतपुर, मिस्सरपुर सहित आसपास के इलाकों में कुछ हद तक कम हुई थी। लेकिन अब फिर से सोलर फेंसिंग और दीवार टूटने से हाथियों का आवागमन आबादी क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। रोजाना हाथी और अन्य जंगली जानवर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। जबकि ग्रामीणों में भी इससे दहशत बनी हुई है। वही खनन माफिया वारे के न्यारे करने में लगे हुए हैं। रोजाना लाखों रुपये की अवैध खनन सामग्री को इस रास्ते से ठिकाने लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है। मगर हैरत की बात यह है कि जिला प्रशासन और खनन विभाग मूकदर्शक बनकर तमाशा देख रहा है। वन विभाग के रेंजर दिनेश नौटियाल का कहना है कि सोलर फेंसिंग और दीवार टूटने की जानकारी संज्ञान में आई है। मौका मुआयना किया जाएगा। इसे तोड़ने वाले लोगों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ग्राम प्रधानों से भी अपील की है कि ऐसे लोगों को चिन्हित करें और उन्हें ऐसा करने से रोके।

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