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राजस्थान सरकार को बर्खास्त कर लगाया जाए राष्ट्रपति शासन-साक्षी महाराज

सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण में अखाड़ों का अहम योगदान-श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह

हरिद्वार, 10 जुलाई। भाजपा सांसद स्वामी सच्चिदानंद हरि साक्षी महाराज ने केंद्र सरकार से राजस्थान सरकार को भंग करने की मांग की है। कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि हाल के समय में राजस्थान में घटी घटनाएं चिंताजनक हैं। हिन्दुओं पर अत्याचार किए जा रहे हैं। उदयपुर में दर्जी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गयी। कानून व्यवस्था कायम रखने में राजस्थान सरकार पूरी तरह नाकाम रही है। ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है। केंद्र सरकार को राजस्थान सरकार को भंग कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए। निर्मल अखाड़े पर कब्जे के प्रयास करने वालों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल संप्रदाय की सर्वोच्च संस्था है और महान गुरूओं की तपस्थली है। करोड़ों अनुयायियों की भावनाएं अखाड़े से जुड़ी हैं। निर्मल अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज के नेतृत्व में अखाड़ा धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में अपनी भूमिका बेहतर ढंग से निभा रहा है। लेकिन कुछ लोग अखाड़े की धार्मिक संपत्ति को खुर्दबुर्द करना चाहते हैं। अखाड़े की संपत्ति पर अवैध रूप से काबिज होने का दिवास्वप्न देख रहे ऐसे लोगों को कभी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखण्ड के सीएम पुष्कर सिंह धामी सहित तमाम वरिष्ठ मंत्रियों से वार्ता कर चुके हैं। पुलिस प्रशासन को अखाड़े पर कब्जे का प्रयास करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। काली फिल्म के पोस्टर को लेकर उठे विवाद पर उन्होंने कहा कि हिन्दू देवी देवताओं का अपमान करना एक चलन सा बन गया है। फिल्म के पोस्टर में मां काली का अपमानजनक चित्रण कर करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं को आहत करने वाली फिल्मकार के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। साथ ही इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को कड़ा कानून बनाना चाहिए। कांवड़ मेले के संबंध में उन्होंने कहा कि हरिद्वार बड़ा धार्मिक स्थल है। कांवड़ मेला ऐतिहासिक रूप से संपन्न होता रहा है। कोविड के कारण दो वर्ष बाद हो रहे कांवड़ मेले में श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिलें इसके लिए वे उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे। निर्मल अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में अखाड़ों का हमेशा ही अहम योगदान रहा है। लेकिन कुछ असामाजिक तत्व निर्मल अखाड़े की धार्मिक संपत्ति पर कब्जा करने की नीयत से नित नए प्रपंच रच रहे हैं। ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि संत परंपरा भारत की पहचान है। लेकिन कुछ असामाजिक तत्व संत परंपरा को कलंकित करने का प्रयास कर रहे हैं। जिसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। सांसद स्वामी सच्चिदानन्द हरि साक्षी महाराज के निर्मल अखाड़ा पहुंचने पर कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज, महंत अमनदीप सिंह महाराज, महंत प्यारा सिंह, महंत दर्शन सिंह, महंत जरनैल सिंह, महंत सहजदीप सिंह, महंत बिरेन्द्र सिंह, महंत खेमसिंह, संत गुरप्रीत सिंह ने फूलमाला पहनाकर उनका स्वागत किया।

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