Dharm

विश्व पटल पर भारतीय संस्कृति की अद्भुत छटा बिखेरता है कुंभ मेला-स्वामी गौरीशंकरदास

विक्की सैनी

हरिद्वार, 04 नवम्बर। साधु बेला पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी गौरीशंकरदास महाराज ने उत्तरी हरिद्वार में कुंभ मेले के कार्य प्रारंभ होने पर मेला प्रशासन का आभार जताया है। प्रेस को जारी बयान में स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि कुंभ मेला भारतीय संस्कृति की अद्भुत पहचान है जो विष्व पटल पर भारतीय संस्कृति की अद्भुत छटा बिखेरता है। देश विदेश से आने वाले श्रद्धालु भक्त कुंभ मेले की भव्यता और दिव्यता से आकर्शित होकर सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति को अपनाते हैं। कुंभ मेले के कार्य दिव्य व भव्य रूप से सम्पन्न किये जाये जिससे सम्पूर्ण विश्व में सनातन परम्परा का अद्भुत संदेश जाये। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की तर्ज पर मेले की व्यवस्थाएं लागू की जाये ताकि मेले के दौरान किसी भी संत महापुरूष को असुविधा का सामना न करना पड़ें उन्होंने कहा कि धार्मिक कलाकृतियों द्वारा हरिद्वार के आश्रम, अखाड़ों व मठ मंदिरों को सजाया जाये जिससे मेले के दौरान आने वाले श्रद्धालु भक्त भारतीय संस्कृति से प्रभावित हो। म0म0 स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। जो सम्पूर्ण विश्व में भारतीय संस्कृति को एक अनोखे रूप में दर्शाता है। कुंभ मेले को सकुशल सम्पन्न कराना सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि सरकार व प्रशासन को प्रयागराज की तर्ज पर ही शौचालयांे, पानी व पथ प्रकाश की व्यवस्था करनी चाहिए। साथ ही भारी वाहनों की पार्किंग शहरी क्षेत्र से बाहर रखी जाये। जिससे धर्मनगरी में जाम की स्थिति पैदा ना हो और श्रद्धा भक्तों व शहरवासियों परेशानियों का सामना न करना पड़े। म0म0 स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि उत्तरी हरिद्वार के घाटों का सौन्दर्यीकरण कराकर प्रशासन को धार्मिक कलाकृतियों से सजाना चाहिए। जिससे श्रद्धालु भक्तों को एक सकारात्मक धार्मिक संदेश प्राप्त हो। स्वामी बलराम मुनि महाराज ने कहा कि कुंभ मेला अनादिकाल से भारतीय संस्कृति की धरोहर है। जिसमें सम्पूर्ण विश्व से साधु संत व श्रद्धालु भक्त मां गंगा का आचमन लेकर अपने कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए आते हैं। कुंभ मेले का स्वरूप ऐसा होना चाहिए जिससे प्रत्येक श्रद्धालु भक्त व संत महापुरूष प्रभावित हो। संत महापुरूषों व प्रशासन के आपसी समन्वय से ही कुंभ मेला सकुषल सम्पन्न होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *