हरिद्वार, 28 सितम्बर। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा है कि नवरात्रि पर्व शक्ति की आराधना करते हुए मानसिक और शारीरिक संतुलन प्राप्त करने का पर्व है। जिसमें मां की असीम कृपा भक्तों पर बरसती है। जो साधक नवरात्रि के दौरान मां की आराधना करते हैं। उनका जीवन सुख संपदा से धन-धान्य हो जाता हैं। मां मनसा देवी मंदिर में नवरात्रि के तीसरे दिन विशेष पूजा अर्चना के पश्चात श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि जग में जब जब तामसी आसुरी एवं क्रूर प्रकृति के लोग सात्विक उदार आत्मक एवं धर्मनिष्ठ सज्जनों को छलते हैं। तब तब देवी भगवती धर्म स्थापना हेतु पुनः अवतार धारण करती है। शक्ति की उपासना आदिकाल से चली आ रही है और वर्तमान में भी इसके प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिलते हैं। जो दीन दुखी मां भगवती की शरण में आ जाता है। मां उसके सभी कष्टों का हरण कर उसका बेड़ा पार लगाती है। मां मनसा देवी मंदिर में आने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं सूक्ष्म रचनाओं से ही पूर्ण होती हैं। मां मनसा देवी करुणामयी एवं ममतामयी हैं। जो संपूर्ण नवरात्रि अपने भक्तों पर कृपा बरसाती हैं। श्रीमहंत रविद्रपुरी महाराज ने कहा कि नवरात्र में भगवान श्रीराम ने भी किष्किंधा पर्वत की समतल भूमि पर उत्तम सिंहासन तैयार कर उस पर भगवती जगदंबा के विग्रह को स्थापित कर 9 दिनों तक विधि विधान से पूजा करते हुए उपवास रखा था और मां दुर्गा ने प्रकट होकर उन्हें आशीर्वाद प्रदान किया था। माता की आराधना करने वाले व्यक्ति को अपने शत्रुओं पर हमेशा विजय हासिल होती है और परिवार में हमेशा धार्मिक उर्जा का समावेश होता है। इस अवसर पर मनसा देवी मंदिर के ट्रस्टी अनिल शर्मा, बिंदु गिरी, स्वामी राजगिरी महाराज मौजूद रहे।
