हरिद्वार, 5 सितंबर। उदासीन संप्रदाय के प्रवर्तक भगवान श्री चंद्राचार्य की 528 वीं जयंती श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन राजघाट कनखल में धूमधाम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर प्रातः श्री चंद्राचार्य चैक स्थित श्री चंद्राचार्य भगवान की प्रतिमा का वैदिक विधि विधान के साथ पूजन किया गया। इसके उपरांत श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन राजघाट कनखल में भगवान श्री चंद्राचार्य मंदिर में हवन पूजन का आयोजन हुआ और संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। संत सम्मेलन को कई महामंडलेश्वरों, महंतों और विद्वानों ने संबोधित किया। संत सम्मेलन के बाद प्रसाद वितरण किया गया। संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कोठारी महंत दामोदर दास महाराज ने कहा कि भगवान श्री चंद्राचार्य महाराज ने पांच सौ वर्ष पहले भारत में सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाने वाले आतताईयों का डटकर मुकाबला किया और उन्हें भारत से भगाया तथा सनातन धर्म की रक्षा की। उन्होंने कहा कि भगवान श्री चंद्राचार्य ने सामाजिक समरसता एवं एकता के लिए कार्य किया। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि भगवान श्री चंद्राचार्य विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उनके विचार प्रत्येक युग में प्रासंगिक रहेंगे। श्री निर्मल पंचायती अखाड़े अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह एवं कोठारी महंत जसविंदर सिंह शास्त्री महाराज ने कहा कि भगवान श्री चंद्राचार्य भगवान ने समाज को जोड़ने का कार्य किया। महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश महाराज ने कहा कि जब-जब समाज में अधर्म का प्रभाव बढ़ता है तब-तब भगवान श्री चंद्राचार्य जैसी विभूतियां पृथ्वी पर जन्म लेती हैं और धर्म की पुर्नस््थापना करती हैं। इस अवसर पर श्रीमहंत धर्मदास, महंत जयेंद्र मुनि, महंत प्रेमदास, महंत गोविंद दास, महंत दर्शन दास, महंत मुरली दास, महंत बलवंत दास, महंत निरंजन दास, महंत जोगेंद्र मुनि, महंत ब्रह्ममुनि, महंत केवल्यानंद, महंत सहदेव मुनि, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी, सतपाल ब्रह्मचारी, महंत दुर्गादास, बाबा हठयोगी, महंत रघुवीर दास, महंत अरूण दास, महंत जयेंद्र मुनि, महंत निरंजन दास, महंत दामोदर शरण दास, स्वामी ऋषिश्वरानन्द, महंत हनुमान बाबा, महंत विष्णुदास, महंत गंगादास, महंत प्रह्लाद दास, स्वामी कपिल मुनि, महंत गोविंददास, महंत प्रेमदास, मेयर प्रतिनिधि अशोक शर्मा, समाजसेवी विमलेश कुमार, आप नेता नरेश शर्मा सहित कई संत उपस्थित रहे।
Related Articles
नवरात्र मूल प्रकृति आदि शक्ति की उपासना का पर्व है। -भक्त दुर्गादास
हरिद्वार, 14 अक्टूबर। माता लाल देवी ट्रस्ट वैष्णो देवी मंदिर के अध्यक्ष भक्त दुर्गादास ने नवरात्रि पर कन्या पूजन कर कन्याओं से आशीर्वाद लिया और उन्हें विभिन्न प्रकार के उपहार भेंट किए। इस दौरान श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नवरात्र मूल प्रकृति आदि शक्ति की उपासना का पर्व है। जो जीवन […]
ज्ञान की अविरल धारा है श्रीमद्भागवत कथा-स्वामी बालकानंद गिरी
हरिद्वार, 15 सितम्बर। आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा है कि श्रीमद् भागवत कथा पतित पावनी मां गंगा की भांति बहने वाली ज्ञान की अविरल धारा है। जिसे जितना ग्रहण करो उतनी ही जिज्ञासा बढ़ती है और प्रत्येक सत्संग से अतिरिक्त ज्ञान की प्राप्ति होती है। भूपतवाला स्थित हरीधाम सनातन सेवा […]
महान तपस्वी संत थे ब्रह्मलीन स्वामी जगन्नाथ महाराज-स्वामी परमात्मदेव
पुरुषार्थ को सदैव समर्पित रहता है संतों का जीवन – स्वामी परमात्मदेव हरिद्वार, 23 अप्रैल। ब्रह्मलीन पंडित स्वामी जगन्नाथ महाराज का 36वां निर्वाण महोत्सव सप्त सरोवर मार्ग स्थित ब्रह्म निवास आश्रम में षड्दर्शन साधु समाज एवं सभी 13 अखाड़ों के संत महंतों के सानिध्य में मनाया गया और श्री गरीबदास महाराज की अमृतवाणी का अखंड […]