विक्की सैनी
ब्रहमलीन स्वामी महादेव महाराज एक दिव्य महापुरुष थे-स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती
हरिद्वार, 16 जुलाई। जय माँ मिशन के संस्थापक व भारत साधु समाज के पंजाब एवं जम्मू प्रांत के अध्यक्ष ब्रहमलीन महामंडलेशवर स्वामी महादेव महाराज की अस्थियाँ हरिद्वार स्थित जय मां आश्रम लाई गई। जिन्हें पूर्ण विधि विधान के साथ संत समाज के सानिध्य में हर की पैड़ी पर माँ गंगा में विसर्जित किया गया। इस दौरान संतो ने स्वामी महादेव महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। महामंडलेशवर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि ब्रहमलीन स्वामी महादेव महाराज एक दिव्य महापुरुष थे। जिन्होंने सम्पूर्ण जीवन काल में सनातन धर्म व भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार कर समाज को एक नई दिशा प्रदान की है। राष्ट्र निर्माण में उनके अतुल्य योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि संतो का जीवन परमार्थ को समर्पित होता है और ब्रहमलीन स्वामी महादेव महाराज तो साक्षात त्याग और तपस्या की साक्षात प्रतिमूर्ति थे।
जिन्होंने समाज को ज्ञान की प्ररेणा देकर सदैव समाज का मार्गदर्शन किया। युवा संतो को उनके जीवन से प्रेरणाा लेकर समाज कल्याण के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। बाबा हठयोगी व स्वामी हरिहरानंद महाराज ने कहा कि महापुरुष केवल शरीर त्यागते हैं। समाज उत्थान के लिए उनकी आत्मा सदैव व्यवहारिक रूप से उपस्थित रहती है। स्वामी महादेव महाराज ने सदैव गरीब, असहाय लोगों की मदद कर समाज सेवा का संदेश दिया। ऐसे महापुरुषों को संत समाज नमन करता है। स्वामी ऋषिशवरानंद महाराज ने कहा कि संतो के उपदेश सदैव प्रेरणा दायक होते हैं और स्वामी महादेव महाराज समाज के प्रेरणास्रोत थे। ऐसे महापुरुष समाज को विरले ही प्राप्त होते हैं। म.म.स्वामी राजेंद्रानंद महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी महादेव महाराज एक महान संत थे। जिन्होंने जय मां मिशन के द्वारा अनेकों सेवा प्रकल्प चलाकर जीवन पर्यन्त समाज की सेवा की और संत समाज का गौरव बढ़ाया। स्वामी महादेव महाराज की कमी संत समाज को सदैव महसूस होगी। इस अवसर पर तरूण ज्योति मां, दिव्य ज्योति मां, जीवन ज्योति मां, शरण ज्योति मां, प्रकाश ज्योति मां, भरतुराम, पंडित शैलेंद्र शर्मा, महंत सूरज दास, महंत सुतीक्ष्ण मुनि, संत जगजीत सिंह, स्वामी दिनेश दास, स्वामी जगदीशानंद, स्वामी चिदविलासानंद, म.म.स्वामी आनन्द चैतन्य, आचार्य राजेश शास्त्री, आचार्य आनन्द बेलवाल, बिट्टू, सुरेंद्र कुमार, ठाकुर मानसिंह आदि ने ब्रह्मलीन स्वामी महादेव महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित कर उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए समाज की सेवा करने का संकल्प लिया।