हरिद्वार, 15 जुलाई। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि परमार्थ और लोककल्याण के लिए जीवन समर्पित करने वाले संतों के सानिध्य में आने वाले श्रद्धालु भक्तों का कल्याण अवश्य होता है। अखाड़े में आए श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि संत ही श्रद्धालु भक्तों को ज्ञान की प्रेरणा देकर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। उन्होंने कहा कि निर्मल संप्रदाय के संत महापुरूष भक्तों का मार्गदर्शन करने के साथ सनातन संस्कृति के प्रचार प्रसार में अपना योगदान कर रहे हैं। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज के नेतृत्व में अखाड़ा परंपरा का पालन करते हुए सेवा प्रकल्पों के माध्यम से जरूरतमंदों की सेवा के साथ राष्ट्र की एकता अखण्डता कायम रखने में अपना अहम योगदान कर रहा है। महंत सहजदीप सिंह व महंत दर्शन सिंह ने कहा कि राष्ट्र की एकता अखण्डता बनाए रखने में संत समाज ने हमेशा योगदान दिया है। देश को कमजोर करने में लगी बाहरी शक्तियों के खिलाफ पूरे संत समाज को एकजुट होना होगा। इस अवसर पर ज्ञानी महंत खेम सिंह, महंत निर्भय सिंह, महंत देवेंद्र सिंह दयालपुर मिर्जा, महंत गुरविंदर सिंह त्रंबकेश्वर, संत गोरक्ष हरी, महंत जरनैल सिंह, महंत गुरुभक्त सिंह, महंत दर्शन सिंह शास्त्री, महंत अमनदीप सिंह, संत सुमन सिंह, संत हरजोध सिंह, संत बलविंदर सिंह, संत गुरजीत सिंह, संत वीर सिंह सहित कई संत महापुरुष उपस्थित रहे।
