हरिद्वार। मां चंडी देवी मंदिर परमार्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा है कि नवरात्रि पर्व मां दुर्गा की अवधारणा भक्ति और परमात्मा की शक्ति की पूजा का सबसे शुभ और अनोखा पर्व है। आत्मनिरीक्षण और शुद्ध की अवधि है। नवरात्रि के दौरान की गई मां दुर्गा की उपासना से साधक के सकल मनोरथ सिद्ध होते हैं। इसलिए सभी को शुद्ध और पवित्र मन से मां भगवती की उपासना अवश्य करनी चाहिए। नील पर्वत स्थित सिद्धस्थल मां चंडी देवी मंदिर के प्रांगण में नवरात्र पर्व के तीसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को मां की महिमा का गुणगान करते हुए महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा कि माता की सभी शक्तियों का महत्व अलग-अलग है लेकिन मां का स्वरूप एक ही है। मां चंडी देवी नवरात्रि के दौरान अपने भक्तों पर असीम कृपा बरसाती हैं। जिस प्रकार एक मां अपने पुत्र को जीवन और उज्जवल भविष्य प्रदान करती है। उसी प्रकार अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक भक्त का संरक्षण कर मां चंडी देवी सभी का बेड़ा भवसागर से पार लगती है। शारदीय नवरात्रि सांसारिक और आध्यात्मिक इच्छाओं को पूरा करने का पर्व है। सभी सनातनी प्रेमियों को अपना मन संपूर्ण नवरात्र मां भगवती की आराधना में लगाना चाहिए। इस दौरान पंडित पंकज रतूड़ी, पंडित देशवाल शास्त्री, पंडित राजेश कुकशाल, पंडित नवल किशोर, पंडित अमित बेलवाल, पंडित रोहित डबराल, पंडित मनमोहन कंडवाल, विशाल कश्यप, सुनील कश्यप, मोहित राठौड़, पंडित बैजनाथ भट्ट, मोगली उषा ब्रेको कंपनी से मनोज डोभाल, अवनीश त्रिपाठी, त्रिलोक शर्मा सहित अनेक श्रद्धालु भाग उपस्थित रहे।
