हरिद्वार, 1 अक्टूबर। मां चंडी देवी मंदिर परमार्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा है कि नवरात्रि पर्व मां दुर्गा की अवधारणा भक्ति और परमात्मा की शक्ति की आराधना का सबसे शुभ और अनोखा पर्व है। जिस दौरान की गई मां की आराधना भक्तों को अमोघ फल प्रदान करती है। नील पर्वत स्थित सिद्ध स्थल मां चंडी देवी मंदिर के प्रांगण में नवरात्रि के छठे दिन मां चंडी देवी की आराधना के दौरान श्रद्धालु भक्तों को मां की महिमा का महत्व समझाते हुए महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा कि मां की महिमा अपरंपार है और मां चंडी देवी की आराधना करने से व्यक्ति के अंतःकरण की शुद्धि होती है और उसमें उत्तम चरित्र का निर्माण होता है। व्यक्ति को अपना जीवन यदि भवसागर से पार लगाना है तो उसे मां के शरणागत होना चाहिए। मां अपने भक्तों से उसी प्रकार स्नेह करती है। जिस प्रकार एक मां अपने बच्चे का पालन पोषण करती है। मां की आराधना से व्यक्ति में सात्विक विचारों का आगमन होता है और उसमें धार्मिक ऊर्जा का संचार जागृत होता है। मां चंडी देवी अपने भक्तों पर नवरात्र के दौरान विशेष कृपा बरसाती है। यहां आने वाले हर साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। इस अवसर पर आचार्य पंडित ओमप्रकाश देशवाल, आचार्य पडित पंकज रतूड़ी, आचार्य पंडित नंदकिशोर भट्ट, आचार्य पंडित मनमोहन कंडवाल, आचार्य पंडित शशीकांत सतबोला, पंडित अमित बेलवाल शास्त्री, पंडित राजेश शास्त्री, विशाल कश्यप, मोहित राठौर, अनुपम, सुनील कश्यप, राजेंद्र, संजय कश्यप, मोहित तोमर, सुनील सिंह तोमर, तुलसी, दीपक, अवनीश त्रिपाठी, मनोज डोभाल आदि मौजूद रहे।
