हरिद्वार, 2 अक्टूबर। साधु बेला पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने कहा है कि मां भगवती अंधकार एवं अज्ञानता रूपी राक्षसों से रक्षा करने वाली तथा परम कल्याणकारी हैं। जो शांति समृद्धि तथा धर्म पर आघात करने वाली राक्षसी शक्तियों का विनाश करती है। जो श्रद्धालु भक्त मां भगवती की आराधना करते है।ं मां उन्हें प्रसन्न होकर मनोवांछित फल प्रदान करती है। भूपतवाला स्थित साधु बेला आश्रम में नवरात्र पर्व के दौरान सातवें नवरात्रि पर श्रद्धालु भक्तों को मां की महिमा का बखान करते हुए आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि मां दुर्गा ही अविनाशी है। जिन का अवतरण श्रेष्ठ पुरुषों की रक्षा एवं दुष्टों के दमन के लिए हुआ है। मां दुर्गा आदिशक्ति है और अविनाशी हैं। उन्हीं से सारे विश्व का संचालन होता ह।ै नवरात्र में की गई मां की उपासना सुख समृद्धि से भक्तों को परिपूर्ण करती है और उनके जीवन में सदैव उन्नति का वास होता है। आचार्य स्वामी गौरीशंकर दास महाराज ने कहा कि सभी सिद्धांतों में निपुण सौभाग्य की देवी और आनंद प्रदान करने वाली मां भगवती अत्यंत करुणामयी हैं। जो अपने भक्तों की सूक्ष्म उपासना से ही प्रसन्न हो जाती हैं। मां की शरण में आने वाले प्रत्येक भक्तों का उद्धार निश्चित है। उन्होंने बताया कि नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा विशेष फलदाई है और नवरात्रि एक ऐसा पर्व है। जिसमें महाकाली महालक्ष्मी और मां सरस्वती की साधना करके जीवन को सार्थक किया जा सकता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को नवरात्र में मां की आराधना पूर्ण विधि-विधान से करनी चाहिए। मां की शक्ति जगत में अपरंपार है। जो अपने भक्तों का जीवन भवसागर से पार लगाती है। इस अवसर पर महंत बलराम मुनि, गोपाल दत्त पुनेठा, विष्णु दत्त पुनेठा, सुनील कुमार आदि उपस्थित रहे।
