Dharm

कनीराम बापू सुरेंद्रनगर खालसा में भजन संध्या में भक्तों ने बरसाए करोड़ों रूपए-देखें वीडियो

धर्म का प्रचार प्रसार करने में संत महापुरूषों की अहम भूमिका-महामण्डलेश्वर कनीराम दास बापू महाराज

हरिद्वार, 12 अप्रैल। अखिल भारतीय श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़े के अंतर्गत महामंडलेश्वर कनीराम बापू सुरेंद्रनगर खालसा गुजरात में भव्य भजन संध्या का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सम्मानित सुप्रसिद्ध गायिका कोकिल कंठी गीताबेन रबारी एवं कीर्तिदान गढ़वी द्वारा मनमोहक भजन प्रस्तुत किए गए। भजन संध्या के दौरान भक्तों ने तकरीबन ढाई करोड़ रुपए बरसाए। इस दौरान महामंडलेश्वर कनीराम दास बापू महाराज ने कहा कि देश दुनिया में धर्म का प्रचार प्रसार करने में संत महापुरुषों की अहम भूमिका है। वैष्णव संत अपनी परंपराओं के साथ पूरे विश्व में अपना अलग स्थान रखते हैं। देवभूमि उत्तराखंड और पतित पावनी मां गंगा का किनारा सौभाग्यशाली व्यक्ति को प्राप्त होता है

भजन संध्या में श्रद्धालु भक्त मां की असीम कृपा का फल प्राप्त करते हुए कोरोना नियमों का पालन अवश्य करें। श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि भगवान की भक्ति सभी को शुभ पुण्य फल प्रदान करती है। कुंभ मेले के दौरान भजन संध्या का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। श्रद्धा पूर्वक किए गए धार्मिक अनुष्ठान व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाते हैं। महामंडलेश्वर स्वामी सांवरिया बाबा ने कहा कि कुंभ मेला विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है। जो सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति की पताका को पूरे विश्व में फहराता है। देश दुनिया से आए श्रद्धालु भक्त संतों का आशीर्वाद प्राप्त कर स्वयं को कृतार्थ करते हैं और मां गंगा में डुबकी लगाकर अपने कल्याण की कामना करते हैं। उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के दौरान सभी श्रद्धालु भक्त सुरक्षा की दृष्टि से कोरोना नियमों का पालन करते हुए मास्क एवं सैनिटाइजर का प्रयोग अवश्य करें। इस दौरान महंत नागर दास, महंत मुकुंदराम दास, महंत रासबिहारी दास काठियाबाबा, महंत फूलडोल दास, महंत रामजी दास, महंत रामकिशोर दास शास्त्री, महंत मोहन दास खाकी, महंत भगवान दास खाकी, महंत गौरी शंकर दास, महंत अनिरुद्ध दास, महंत मनीष दास, महंत रामदास, महंत रामशरण दास, महंत नरेंद्र दास, महंत महेश दास, महंत प्रेमदास, महंत लाल दास, महंत अगस्त दास, महंत मोहन दास, महंत विष्णु दास, बाबा हठयोगी, महंत रघुवीर दास, दिगंबर आशुतोष पुरी, महंत रामदास, महंत पवनदास, महंत सनत कुमार दास सहित बड़ी संख्या में संत महापुरुष उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *