गौरव कुमार
- लगातार ठंड और कोहरे के बीच काटे जा रहे हरे-भरे पेड़, उद्यान विभाग बना अंजान
- ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत हाईवे पर स्थित एचपी पेट्रोल पंप के पास का मामला
- पथरी और बहादराबाद क्षेत्र में भी रातों-रात बाग काटने के मामले आ चुके सामने
हरिद्वार। कड़ाके की ठंड और कोहरे का फायदा सबसे अधिक वन माफिया उठा रहे हैं। रातों-रात हरे भरे बागों को साफ कर दिया जा रहा है। सुबह होते ही जब बागों की तरफ देखा जाता है तो जमीन जोती हुई मिलती है और पेड़ों का एक पत्ता तक भी मौके पर नजर नहीं आता। ताजा मामला ज्वालापुर क्षेत्र में हाईवे पर एचपी पेट्रोल पंप के पास का है। जहां से रातों-रात लीची के हरे-भरे पेड़ों को काटकर साफ कर दिया गया और लकड़ियों को भी ठिकाने लगा दिया गया। लेकिन उद्यान विभाग और वन विभाग के अधिकारी सोते रहे। जिसको लेकर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं। आखिर वन माफियाओं पर लगाम क्यों नहीं लगाई जा रही है। वन माफियाओं का दुस्साहस कम होने का नाम नहीं ले रहा है। थाना पथरी में क्षेत्र डांडी चौक से अलीपुर रोड स्थित प्राइमरी स्कूल के पास और इक्कड़ फाटक के पास अरे बड़े पेड़ों को काटने के बाद अब फिर से ज्वालापुर में हाईवे के पास लीची के बाग को काटने का मामला प्रकाश में आया है। रातों-रात इस पूरे बाग से लीची के दर्जनों पेड़ों को अवैध तरीके से काट डाला। यही नहीं घने कोहरे का फायदा उठाते हुए वन माफियाओं ने वाहनों में लादकर लकड़ियों को भी यहां से दूसरी तरफ भिजवा दिया और ट्रैक्टर चलाकर जमीन को भी जोत दिया गया। जिससे मौके पर पेड़ तो क्या एक पत्ते का भी नामोनिशान नजर नहीं आ रहा है। इतना बड़ा दुस्साहस बिना मिलीभगत के होना संभव ही नहीं है। जिसको लेकर उद्यान विभाग के अधिकारियों की तैयारी शैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वन विभाग भी सवालों के घेरे में है। सूत्रों के मुताबिक 40 से 45 हरे-भरे लीची के पेड़ों को काटा गया है। पेड़ों की जड़ों को निकलवाकर जमीन जोत दी गई और लीची के पेड़ों के पत्तों को झाड़ियों में छिपा दिया। अब मामले की पोल खोलने के बाद उद्यान विभाग ने बाग स्वामी के खिलाफ ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दे दी है। लेकिन इसमें भी खानापूर्ति की जा रही है। मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह का कहना है कि मामले की जांच की गई है। बाग स्वामी के खिलाफ कोतवाली ज्वालापुर में तहरीर दे दी गई है। जल्द इसमें मुकदमा दर्ज हो जाएगा। इसके बाद विभागीय स्तर से भी कार्रवाई की जाएगी।
