गौरव कुमार
हरिद्वार। हरिद्वार में निकाय चुनाव का रंग जहां एक ओर परवान चढ़ने लगा है। वहीं दूसरी ओर सभी राजनीतिक दल अपने-अपने प्रत्याशियों के लिए जोर-जोर से प्रचार- प्रसार करते दिखाई दे रहे हैं। इसी क्रम में एक चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है जहां भ्रष्टाचार मुक्त भारत का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी ने एक दागी व्यक्ति को पार्षद प्रत्याशी बनाया है। मामला कनखल क्षेत्र के बैरागी कैंप वार्ड नंबर 30 का है। भाजपा ने यहां सचिन अग्रवाल को पार्षद प्रत्याशी चुना है। इस प्रत्याशी के ऊपर जहां अवैध रूप से शराब और सट्टे का कारोबार संचालित कराने के आरोप लगाते रहे हैं वही अवैध रूप से जमीन को बेचने एवं कब्जा करने में भी इस पार्षद ने अपना इकबाल बुलंद किया है। विदित हो कि लगभग पांच माह पूर्व सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश के द्वारा पार्षद प्रत्याशी सचिन अग्रवाल पर गाजियाबाद निवासी एक व्यक्ति को अवैध रूप से सिंचाई विभाग एवं कुंभ मेला आरक्षित भूमि को बेचने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था। भूमि बेचने संबंधित सभी साक्ष्य भी प्रस्तुत किए गए थे। सवाल यह उठता है कि भ्रष्टाचार मुक्त भारत का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी यदि ऐसे भ्रष्ट और दागी व्यक्ति को अपना उम्मीदवार घोषित किया है हमेशा ही जिसकी भूमिका अवैध धंधो में संलिप्त रहती है। भाजपा मूल्य आधारित राजनीति के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन इन नेताजी के लिए नियमों और मूल्यों के निर्धारण के विरुद्ध राजनीतिक गतिविधि निज स्वार्थपूर्ति का खेल मात्र है। राजनीति विशुद्ध रूप से ताकत का खेल बन गई है। यही वजह है कि बैरागी कैंप में अवैध रूप से आबादी को विकसित कर लगातार वोट बैंक का खेल खेला जा रहा है।





