हरिद्वार, 6 अगस्त। युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा है कि ब्रह्मलीन निराला स्वामी लहरी बाबा महाराज उच्च कोटि के संत थे। जिन्होंने भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण विश्व में सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार कर समाज को उन्नति की ओर अग्रसर किया। राष्ट्र निर्माण में उनके अमूल्य योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। शिवरात्रि पर्व पर भूपतवाला स्थित निराला धाम में गुरुजन स्मृति पर्व पर श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी रवि देव शास्त्री महाराज ने कहा कि महापुरुषों का जीवन सदैव परमार्थ के लिए समर्पित रहता है और ब्रह्मलीन निराला स्वामी लहरी बाबा तो साक्षात त्याग एवं तपस्या की प्रतिमूर्ति थे। राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। निराला धाम की अध्यक्ष राजमाता आशा भारती महाराज ने कहा कि संत सदैव ही अपने भक्तों को ज्ञान की प्रेरणा देकर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। ब्रह्मलीन स्वामी लहरी बाबा एक दिव्य महापुरुष थे। जिन्होंने सदैव भावी पीढ़ी को संस्कारवान बनाकर धर्म के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रेरित किया। ऐसे महापुरुषों को संत समाज सदैव स्मरण करता रहेगा। उन्होंने कहा कि उनके बताए मार्ग पर चलकर आश्रम के सेवा प्रकल़्पों में निरंतर वृद्धि की जा रही है और संतों की सेवा में अपना योगदान भली-भांति दिया जा रहा है। स्वामी हरिहरानंद महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी लहरी बाबा संत शिरोमणि थे। जिनका सादा जीवन एवं उच्च विचार सदैव समाज को लाभान्वित करते रहेंगे। उन्हीं के आदर्शाे को अपनाकर राजमाता आशा भारती राष्ट्र निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभा रही है। संत समाज उनकी दीर्घायु की कामना करता है। इस अवसर पर कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरुषों का राजमाता आशा भारती के कृपा पात्र शिष्य नित्यानंद ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया।





