हरिद्वार, 17 दिसम्बर। निराला धाम की परमाध्यक्ष राजमाता आशा भारती महाराज ने कहा है कि देवों के देव महादेव भगवान शिव सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव हैं। जो अपने भक्तों की सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर उन्हें मनवांछित फल प्रदान करते हैं। जो श्रद्धालु भक्त भगवान शिव की शरण में आ जाता है। उसका कल्याण अवश्य ही निश्चित है। भूपतवाला स्थित निराला धाम आश्रम में श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए राजमाता आशा भारती महाराज ने कहा कि भगवान शिव की जटा से निकली पतित पावनी मां गंगा युगो युगो से प्राणी मात्र का उद्धार करती चली आ रही है। मां गंगा को अविरल व निर्मल बनाए रखना सभी देशवासियों का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव की आराधना व्यक्ति को भवसागर से पार लगाती है जो दीन दुखी दीनानाथ के दरबार में आ जाता है। भगवान उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर उसे सुख समृद्धि प्रदान करते हैं। राजमाता आशा भारती महाराज ने बताया कि 24 दिसंबर से 1 फरवरी तक 41 दिवसीय 33वां विराट शिवशक्ति महायज्ञ प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी आयोजित किया जाएगा। जिसमें समस्त विश्व के कल्याण की कामना की जाएगी। उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन निराला स्वामी लहरी बाबा महाराज एक विद्वान महापुरूष थे। जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन के लिए समर्पित किया। उनकी प्रेरणा से 41 दिवसीय साधना यज्ञ हेतु शिव गद्दी पर आसन ग्रहण किया जाएगा और प्रतिदिन शिव गद्दी का भव्य श्रृंगार कर भक्तों के कल्याण की कामना की जाएगी। क्योंकि धार्मिक अनुष्ठानों से ही देश की दशा और दिशा बदलती है। कोरोना काल जैसी विपरीत परिस्थिति में भी संत समाज धार्मिक अनुष्ठानों द्वारा संपूर्ण विश्व को धर्म का सकारात्मक संदेश प्रसारित कर रहा है। भगवान भोलेनाथ प्रत्येक सनातनी के कण-कण में विराजमान हैं और सबको अपनी कृपा का पात्र बनाते हैं। श्रद्धा पूर्वक की गई भगवान भोलेनाथ की उपासना सहस्र गुना पुण्य फल प्रदान करती है।





