हरिद्वार, 19 अक्टूबर। आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज में उत्तराखंड चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु भक्तों से अपील करते हुए कहा कि मौसम विभाग के अलर्ट के बाद सभी श्रद्धालु भक्त धैर्य का परिचय देते हुए उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में जाने से बचें। क्योंकि भारी बरसात के चलते कभी भी कोई भी बड़ा हादसा या आपदा घटित हो सकती है। जिससे भारी जानमाल का नुकसान हो सकता है। भूपतवाला स्थित हरीधाम सनातन सेवा ट्रस्ट आश्रम में प्रेस को जारी बयान में उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड ऋषि मुनियों की तपस्थली है और पतित पावनी मां गंगा में प्रत्येक वर्ष करोड़ों श्रद्धालु स्नान कर स्वयं को कृतार्थ करते हैं। परंतु बरसात के मौसम में और सरकार द्वारा जारी किए गए अलर्ट को ध्यान में रखते हुए सभी श्रद्धालु भक्तों एवं तीर्थ यात्रियों को पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा स्थगित रखनी चाहिए। उत्तराखंड में समय-समय पर आपदा एवं हादसे घटित होते रहे हैं। इसलिए किसी की जान माल का कोई नुकसान ना हो, इसके लिए सभी को सरकार का सहयोग करना चाहिए और पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा से परहेज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड भौगोलिक परिस्थिति से पहाड़ी से घिरा है। बरसात होने पर बाहर से बड़े-बड़े पत्थर और बोल्डर सड़क पर गिरते हैं और कई कई दिनों के लिए रास्ते भी क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। कई बार यात्रियों की गाड़ियों पर पत्थर गिरने की वजह से श्रद्धालु भक्तों की असमय मौत हो जाती है। इसलिए सभी श्रद्धालु भक्त कुछ दिनों के लिए पहाड़ी यात्रा स्थगित करें और मौसम अनुकूल होने पर चारों धाम का दर्शन कर भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करें। स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि उत्तराखंड के यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार उत्तराखंड की परिस्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं और समाज हित में फैसले ले रहे हैं। संत समाज उन्हें आशीर्वाद प्रदान करता है और सभी से अपील करता है कि हर प्रकार से सरकार का सहयोग करें। इस दौरान आचार्य मनीष जोशी, स्वामी नत्थी नंद गिरी, स्वामी सत्यानंद गिरी, स्वामी सुरेश पुरी, नंद किशोर जोशी आदि उपस्थित रहे।





