विक्की सैनी
हरिद्वार, 22 अगस्त। आनन्द पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने पाकिस्तान के कराची शहर में हनुमान मंदिर गिराए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए केंद्र सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग की है। भूपतवाला स्थित हरिधाम सनातन सेवा ट्रस्ट आश्रम में चर्चा करते हुए स्वामी बालकानन्द गिरी महाराज ने कहा कि जल्द ही संतों का एक प्रतिनिधिमण्डल राष्ट्रपति रामनाथ कोविद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाने की मांग करेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं पर लगातार अत्याचार किए जा रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सोची समझी नीयत के तहत दमनकारी नीति अपनाकर अल्पसंख्यक हिंदुओं पर षड़यंत्र के तहत अत्याचार करने पर लगे हुए हैं। हिंदुओं के धार्मिक स्थलों को तोड़ा जाना किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पाकिस्तान में हनुमान मंदिर को तोड़ा जाना सोची समझी नीयत के तहत किया गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमेशा ही आतंकवाद को बढ़ावा देने का काम कर रहा है। विश्व भर में पाकिस्तान की गलत नीतियों का विरोध भी किया जा रहा है। उसके बावजूद भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री संक्रीण मानसिकता का परिचय दे रहे हैं। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री से अपील करते हुए कहा कि हनुमान मंदिर तोड़े जाने के मामलें में सरकार को पाकिस्तान के साथ कड़ा एतराज जताना चाहिए। पाकिस्तान में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में मौजूद हिंदू धर्म स्थलों को नष्ट नहीं होने दिया जाएगा। हिंदु अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। केंद्र सरकार को भारतीय उच्चायुक्त को निर्देश देने चाहिए कि पाकिस्तान के समक्ष हनुमान मंदिर तोड़े जाने के मामले में कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए मंदिर का जीर्णोद्धार तथा सभी हिंदू धर्मस्थलों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने की मांग करे। घटना की निंदा करने वालों में महंत नत्थीनंद गिरी, महंत विकास गिरी, आचार्य मनीष जोशी भी शामिल रहे।