हरिद्वार, 24 जुलाई। चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति की सफलता और उसके जीवन में सफल होने के लिए गुरु का होना आवश्यक है। क्योंकि गुरु ही एकमात्र वह व्यक्ति है। जो अपने शिष्य को अज्ञानता के अंधकार से निकालकर ज्ञान के प्रकाश में इस दुनिया का परिचय करवाता है। भूपतवाला स्थित आश्रम में गुरु पूर्णिमा के पर्व पर श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज ने कहा कि गुरु शिष्य परंपरा अनादि काल से चली जा रही है। भारतीय संस्कृति में गुरु को ब्रह्मा, विष्णु और महेश की उपाधि देकर सर्वाेच्च स्थान प्रदान किया गया है। प्रत्येक व्यक्ति का गुरु उसका सबसे अच्छा मार्गदर्शक होता है। जो अपने शिष्य का जीवन तराश सकता है और निखार सकता है। युवा भारत साधु समाज के अध्यक्ष महंत शिवानंद महाराज ने कहा कि गुरु अपने शिष्य को जीवन में निरंतर आगे बढ़ने और आने वाली परेशानियों का सामना करने तथा निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति में मदद करता है। व्यक्ति को जीवन पर्यंत नई चीजें सीखते रहना चाहिए। क्योंकि जरूरी नहीं कि प्राथमिक स्कूल के अध्यापक ही आपके गुरु हों। गुरु तो जीवन के किसी भी मोड़ में व्यक्ति को मिल सकते हैं। जो व्यक्ति को संसारी ज्ञान का बोध करा कर हमेशा अच्छा करने की प्रेरणा देते हैं।
Related Articles
गुरु शिष्य परंपरा सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति की रीढ़ है-श्रीमहंत रघुमुनि
हरिद्वार, 11 जून। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्रीमहंत रघुमुनि महाराज ने कहा है कि संत महापुरुषों ने प्राचीन काल से लेकर वर्तमान तक विश्व का मार्गदर्शन कर भारत का मान बढ़ाया है और गुरु शिष्य परंपरा सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति की रीढ़ है। जिसकी अनादि काल से धर्म के संरक्षण संवर्धन में […]
बैरागी संतों ने नकारी प्रधानमंत्री की अपील प्रतीकात्मक नहीं प्रत्यक्ष रूप से करेंगे कुंभ मेला-श्रीमहंत धर्मदास
हरिद्वार, 17 अप्रैल। कुंभ मेले को प्रतीकात्मक रूप से संपन्न कराने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील को बैरागी संतो ने नकार दिया है। बैरागी कैंप स्थित अखिल भारतीय श्रीपंच निर्वाणी अनी अखाड़े में पत्रकारों से वार्ता करते हुए श्रीमहंत धर्म दास महाराज ने कहा कि कुंभ मेला प्रतीकात्मक रूप से नहीं प्रत्यक्ष रूप से […]
सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न हो जाते हैं भगवान शिव-स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी
विक्की सैनी हरिद्वार, 29 जुलाई। श्री दक्षिण काली पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि देवों के देव महादेव को अति प्रिय श्रावण माह का शुभारम्भ सोमवार से हुआ है और समापन भी सोमवार को ही होगा। ऐसे में यह श्रावण विशेष फलदायी हो गया है। प्रत्येक भक्त को इस विशेष आध्यात्मिक अवसर […]