विक्की सैनी
हरिद्वार, 30 जून। कल्पामृत परिवार ने ऋषि पैथी नाम से आयुर्वेदिक वैलनेस सेंटर की श्रृंखला प्रारम्भ की है। जिसके तहत हवन यज्ञ कर पहले वैलनेस सेंटर का शुभारंभ आर्यनगर हरिद्वार में किया गया। ऋषि पैथी के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कंपनी के डायरेक्टर सुदेश कुमार ने बताया की वर्तमान परिस्थिति में बीमारियां लगभग लाइलाज हो चुकी हैं। मधुमेह, हृदय, आर्थराइटिस, सोराइसिस इत्यादि अनेक प्रकार के रोगों से मानव त्रस्त है। ऐसे में कल्पामृत परिवार ने ऋषि पैथी के माध्यम से नए सिरे से आयुर्वेद पर काम किया है और उच्च गुणवत्ता युक्त जड़ी बूटियों द्वारा वर्तमान परिप्रेक्ष्य में प्रभावी आयुर्वेदिक दवाएं तैयार करने की कोशिश की है। जिससे की रोगों से त्रस्त मानव की सेवा की जा सके और आयुर्वेदोक्त पद्धति से लोगों को स्वस्थ बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद पद्धति आदि अनादि काल से भारतवर्ष में उपयोग की जाती है। ऋषि मुनियों की इस पद्धति का प्रचार प्रसार अधिक से अधिक किया जाना चाहिए। सुदेश कुमार ने कहा कि असाध्य रोगों का इलाज भी आयुर्वेदिक पद्धति से किया जा सकता है। योग युक्त रोग मुक्त बनाने की यह मुहिम देश भर में चलायी जाएगी। इसके तहत पूरे देश मं 100 वैलनेस सेंटर स्थापित किए जाएंगे। दीपक शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद रोगियों के लिए सबसे सशक्त माध्यम है। रोग को जड़ से समाप्त करना है तो आयुर्वेद को अपनाना चाहिए। देश में आयुर्वेद पद्धति की मांग लगातार बढ़ रही है। श्री चेतन ज्योति आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषीश्वरानंद महाराज ने आशीर्वाद प्रदान करते हुए कहा कि ऋषि पैथी रोगियों के लिए कारगर है। आयुर्वेद पद्धति पुराने समय से भारत में अपनायी जाती है। योग व आयुर्वेद शरीर को रोग मुक्त रखने का सबसे अच्छा माध्यम है।