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गंगा को प्रदूषण से मुक्त रखने का संकल्प लें देशवासी-स्वामी कैलाशानंद गिरी

हरिद्वार, 5 जून। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा है कि जीवन दायिनी मां गंगा को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए सभी देशवासियों को संकल्प लेना चाहिए। क्योंकि मां गंगा ही पूरे जगत की पालनहार है। गंगा में स्नान करने मात्र से ही व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है। गंगा का अमृत समान जल के आचमन मात्र से ही मनुष्य के सभी रोगों का निदान हो जाता है। श्री दक्षिण काली मंदिर में भक्तों को संबोधित करते हुए आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि मां गंगा की कृपा से शीघ्र ही भारत सहित पूरे विश्व से कोरोना महामारी समाप्त होगी। मानव जीवन खुशहाल होगा और देश दुनिया में खुशहाली का वातवरण बनेगा। उन्होंने कहा कि राजा भगीरथ की कठोर तपस्या के बाद पृथ्वी पर अवतरित हुई गंगा पूरे जगत का कल्याण करती है। जब गंगा पृथ्वी पर आयी तो राजा सगर के साठ हजार पुत्रों को मुक्ति प्राप्त हुई। लेकिन मानवीय गलतियों के चलते गंगा में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए सभी को संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय व्यक्तियों व बाहर से गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा की पवित्रता व शुद्धता बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए। किसी भी प्रकार की गंदगी गंगा में ना डालें। दूसरों को भी इसके लिए प्ररित करें। सभी के सहयोग से ही गंगा स्वच्छ, निर्मल व अविरल होगी। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि पर्यावरण को बचाना है तो गंगा को स्वच्छ बनाना होगा। गंगा जल से ही खेती व पौधों की सिंचाई होती है। गंगा जल स्वच्छ व निर्मल होगा तो पर्यावरण भी स्वच्छ होगा। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश कोरोना महामारी से पीड़ित है। इससे बचने के लिए सभी केंद्र सरकार व राज्य सरकार की गाईड लाइन का पालन करते हुए कोरोना से स्वयं को अपने परिवार को बचाएं। सभी के सहयोग से ही इस जानलेवा बीमारी को हराया जा सकता है। इस दौरान अवन्तिकानंद ब्रह्मचारी, कृष्णानंद ब्रह्मचारी, मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी, आचार्य पवनदत्त मिश्र, पंडित प्रमोद पाण्डे, स्वामी अनुरागी महाराज, समाजसेवी संजय जैन, लालबाबा आदि मौजूद रहे।

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