समाज को नई दिशा देने में संत समाज की अहम भूमिका-स्वामी नवलकिशोर दास
हरिद्वार, 3 मई। भूपतवाला स्थित श्री हनुमंत धाम आश्रम का 9वां वार्षिकोत्सव संत महापुरूषों की उपस्थिति में धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर हवन यज्ञ व संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री हनुमंत धाम के परमाध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी नवलकिशोर दास महाराज ने कहा कि संत समाज ने समाज को नई दिशा देने के साथ सदैव समाज कल्याण में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि समाज के जरूरतमंद वर्ग की सेवा के लिए श्री हनुमंत धाम से कई सेवा प्रकल्पों का संचालन करने के साथ श्रद्धालु भक्तों को गंगा स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है। महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज ने कहा कि महाण्डलेश्वर स्वामी नवलकिशोर दास महाराज त्याग व सेवा की प्रतिमूर्ति हैं। उनके नेतृत्व में श्री हनुमंत धाम प्रमुख सेवा केंद्र के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। कोराना काल में समाज के जरूरतमंद वर्ग के साथ बाहर से आए श्रद्धालु भक्तों को भोजन व आश्रय उपलब्ध कराने में स्वामी नवलकिशोर दास ने अहम योगदान किया। महामनीषी निरंजन स्वामी एवं योगीइ स्वामी सत्यव्रतानन्द महाराज ने कहा कि संत महापुरूष ही ज्ञान की प्रेरणा देकर भक्तों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। विद्वान एवं तपस्वी संत के रूप में स्वामी नवलकिशोर दास महाराज सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार में अहम योगदान करने के साथ सभी को सेवा की प्रेरणा दे रहे हैं। महतं रघुवीर दास व महंत बिहारी शरण दास महाराज ने कहा कि संत स्वरूप गुरू ही परमात्मा का दूसरा स्वरूप हैं। जो अपने गुरू के बताए मार्ग पर चलते हैं। उनका जीवन सदैव सुखमय व्यतीत होता है। महामण्डलेश्वर स्वामी नवलकिशोर दास के शिष्य महंत रामलखन दास महाराज ने कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत कर आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर महंत देवेंद्रदास, महंत दामोदरदास, म.म.स्वामी विवेकानंद, महंत कमलदास, महंत महेशपुरी, स्वामी कमलेशानंद, महंत प्रेमदास, महंत विष्णुदास, महंत जसविन्दर सिंह, महंत प्रह्लाद दास, महंत रामानंद सरस्वती, महंत गोविंददास आदि सहित कई संत महापुरूष उपस्थित रहे।