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ज्ञानवापी मस्जिद मामले में जांच के आदेश पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने जतायी खुशी

जांच के बाद साफ हो जाएगा कि काशी विश्वनाथ मंदिर महादेव का ही है-श्रीमहंत नरेंद्र गिरी

हरिद्वार, 9 अप्रैल। बनारस में काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर स्थित ज्ञानव्यापी मस्जिद मामले में पुरातत्व विभाग को जांच के आदेश पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने खुशी जाहिर की है और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया और कोर्ट में याचिका दाखिल रखने वाले व्यक्ति को बधाई दी है। साथ ही यह भी कहा कि यदि उन्हें किसी भी मदद की आवश्यकता होगी तो अखाड़ा परिषद और समस्त संत समाज उनके साथ है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि इस जांच से यह साबित हो जाएगा कि काशी विश्वनाथ मंदिर पर मुगल शासकों ने हमला कर वहां पर अवैध रूप से मस्जिद का निर्माण कराया था, जो कि गलत है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि जांच के बाद मस्जिद को तोड़ दिया जाएगा और संपूर्ण क्षेत्र महादेव मंदिर के रूप में विकसित होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कई बार आंदोलन करने का प्रयास किया और आवाज भी उठायी। श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि अखाड़ा परिषद, सभी हिंदू संत और सनातन धर्म के मानने वाले पहले से ही यह कहते हैं और मानते आए हैं कि यह संपूर्ण क्षेत्र महादेव मंदिर का हिस्सा है और यहां पर अन्य कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह कोर्ट के आदेश पर पुरातत्व विभाग ने अपनी जांच में अयोध्या में यह साबित कर दिया कि वह श्री राम जन्मभूमि ही है कोई मस्जिद नहीं। इसी तरह यह भी साबित हो जाएगा कि काशी विश्वनाथ मंदिर महादेव का मंदिर ही है वहां पर अन्य कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बाबत अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद कोर्ट और सरकार के निर्णय के साथ है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने अखाड़ा परिषद व समस्त संत समाज की और से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को जन्म दिन की बधाई दी और उनकी दीघार्यु की कामना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना काल जैसी विषम परिस्थिति में जिस प्रकार कुंभ की व्यवस्थाए कर रहे हैं। उसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। संत महापुरूषों के आशीर्वाद से वे राजनीति में और उच्च मुकाम प्राप्त करेंगे।

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