धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में संतों की अग्रणी भूमिका-निरंजन स्वामी
हरिद्वार, 16 जून। पुरूषार्थ आश्रम के परमाध्यक्ष महामनीषी निरंजन स्वामी महारज ने कहा है कि धर्म एवं संस्कृति के प्रचार प्रसार में संतों ने सदैव अग्रणी भूमिका निभाई है और महापुरूषों ने सदैव समाज को नई दिशा प्रदान की है। नीदरलैंड के एम्सटर्डम में स्थापित लार्ड शिवा हिंदू टेम्पल की 10वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निरंजन स्वामी महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर विदेश लोग भी सनातन धर्म को अपना रहे हैं। जो भारत के लिए गौरव की बात है। निरंजन स्वामी महाराज ने बताया कि नीदरलैंड में हिंदू मंदिर के निर्माण में भारी दिक्कतें आ रही थी। लेकिन आचार्य अवि शर्मा के अथक प्रयासों से मंदिर निर्माण संभव हो पाया है। लार्ड शिवा हिंदू टेम्पल के निर्माण से सनातन प्रेमियों में हर्ष का माहौल है और विदेशी लोग भी सनातन धर्म की ओर आकर्षित हो रहे हैं। लार्ड शिवा हिंदू टेम्पल के संस्थापक और सनातन धर्म के अन्तर्राष्ट्रीय ब्रांड एम्बेसडर अवि शर्मा ने कहा कि एम्सटर्डम अपनी विविधता और समावेशिता के लिए विश्व भर में जाना जाता है। यह भव्य मंदिर हमारे मित्रों, योगदानकर्ताओं के अविश्वसनीय सहयोग और धर्म के प्रति अथाह प्रेम का श्रम है। दुनिया भर में सनातन प्रेमियों के आराध्य भगवान शिव अपने भक्तों का संरक्षण कर उनके कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरांएं विश्व विख्यात हैं। जो कि अनेकता में एकता को दर्शाते हैं। महामनीषी निरंजन स्वामी विदेशों में भी धर्म का प्रचार प्रसार कर भारत का गौरव बढ़ा रहे हैं। संत परम्परा से ही संपूर्ण विश्व में भारत की एक अलग पहचान है। आचार्य अवि शर्मा ने कार्यक्रम में शामिल हुए सभी अतिथीयों का स्वागत किया। इस दौरान एम्सटर्डम के संसद सदस्य सैंड्रा वान एंगलन, पुलिस प्रमुख जी.वान गीन, राजिन कालिका दीन, प्रतिभा सिंह, स्वामी सत्यव्रतानन्द, स्वामी कल्याण देव आदि उपस्थित रहे।