विक्की सैनी
हरिद्वार, 28 दिसंबर। बीती 21 दिसंबर की रात सिडकुल स्थित नीलगिरी इलेक्ट्रिकल्स कंपनी में हुई लूट का खुलासा करते हुए पुलिस ने लूट का माल खरीदने वाले ज्वालापुर के कबाड़ी सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से ढाई लाख की नकदी, तीन लाख रूपए से अधिक कीमत की साढ़े चार सौ किलोग्राम कापर की तार, लूट में प्रयुक्त बोलरो भी पुलिस ने बरामद की है। तीन आरोपी भी फरार हैं। पत्रकारों को जानकारी देते हुए सीओ सदर पूर्णिमा गर्ग ने बताया कि 21 दिसंबर की रात कंपनी में घुसे बदमाश गार्ड को बंधक बनाकर करीब 22 कुंतल काॅपर लूट ले गए थे। बदमाश कंपनी में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी अपने साथ ले गए थे। घटना के खुलासे व बदमाशों की धरपकड़ में जुटी पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज से मिले साक्ष्यों के आधार पर महिन्द्रा चैक रोशनाबाद तिराहे से बुलेरो गाड़ी में भरकर काॅपर बेचने जा रहे एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। पूछताछ में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ने अपना नाम शैलेश कुमार पुत्र उदय सिंह निवासी ग्राम परबलपुर थाना इस्लामपुर जिला नालंदा बिहार, हाल निवासी ग्राम हेतमपुर हरिद्वार आया। उसके कब्जे से ढाई लाख रूपए नकद व चार कट्टो में भरी दो किलोग्राम काॅपर की तार बरामद हुई। शैलेश ने बताया कि उसने अपने साथियों कमल निवसी सीतापुर ज्वालापुर, अंकुश व मनोज निवासी मुजफ्फनगर ने साथ मिलकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। लूटी गयी काॅपर की तार में पन्द्रह सौ किग्रा तार काटकर अलग कर ली तथा करीब दो सौ पचास किग्रा ज्वालापुर में कबाड़ी का काम करने वाले तनवीर को बेच दी थी। पन्द्रह सौ किलो काॅपर को अंकुश, कमल और मनोज ने हरियाणा के जगाधरी में ले जाकर बेच दिया था। बाकी बची तार वह तनवीर कबाड़ी को बेचने जा रहा था। काॅपर बेचकर मिल दस लाख रूपए में से उसके हिस्से ढाई लाख रूपए आए थे। शैलेश की निशानदेही पर तनवीर कबाड़ी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से ढाई सौ किलो काॅपर बरामद की गयी। सीओ सदर ने बताया कि घटना में शमिल रहे तीन अन्य आरोपियों में से एक अंकुश कंपनी में कुछ समय तक गार्ड की नौकरी कर चुका है। अंकुश, कमल व मनोज अभी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सभी को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। घटना का जल्द खुलासा करने पर एसएसपी ने पुलिस टीम को ढाई हजार रूपए ईनाम देने की घोषणा की है। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष सिडकुल एलएस बुटोला, एसआई राजेश कुमार, प्रदीप रावत, सोहन रावत, कांस्टेबल प्रेमसिंह, अनिल, सतीश नौटियाल, अरूण कैन्तुरा आदि शामिल रहे।