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वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे सरकार-महंत जसविन्दर सिंह

हरिद्वार, 11 जनवरी। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने अखाड़े की छावनी में जंगली हाथियों का प्रवेश ना रोके जाने पर वन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ राज्य सरकार से कार्यवाही की मांग की है। प्रेस को जारी बयान में कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि लंबे समय से वन विभाग के कर्मचारी डीएफओ के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। जिसके चलते अपना दायित्व नहीं निभा रहे हैं। जिसके कारण जंगली हाथी रोजाना छावनी में प्रवेश कर फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीती रात को भी हाथियों का एक झुंड छावनी में घुस आया। जिससे छावनी में अफरा-तफरी मच गई। संत और स्थानीय लोगों ने शोर मचा कर हाथियों को भगाया। लोगों की जान को लगातार खतरा बना हुआ है। हाथी शाम ढलते ही अखाड़े की छावनी में प्रवेश कर जाते हैं और जहां तहां घूम कर फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि अखाड़े की फसल का मुआवजा दिया जाए। निर्मला छावनी के महंत निर्भय सिंह महाराज ने कहा है कि वन विभाग के कर्मचारी सही रूप से अपना कार्य नहीं कर रहे हैं। बार-बार शिकायत करने के बाद भी विभाग द्वारा हाथियों को रोकने के लिए कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। छावनी में स्थानीय लोगों और बच्चों को लगातार खतरा बना हुआ है। कभी भी कोई अप्रिय घटना घटित हो सकती है। लेकिन इस मामले को वन विभाग गंभीरता से नहीं ले रहा है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि वन विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए और हाथियों का छावनी में प्रवेश रोकने के लिए उचित उपाय किए जाएं। क्योंकि छावनी और जंगल के बीच जा रही सड़क पर आवाजाही लगातार बनी रहती है। किसी भी व्यक्ति को जान माल का नुकसान ना हो इसके लिए जंगली हाथियों का आबादी में प्रवेश बंद होना चाहिए। ज्ञानी महंत खेम सिंह, महंत अमनदीप सिंह, संत सुखमन सिंह, संत जसकरण सिंह, संत गुरजीत सिंह, संत हरजोध सिंह, संत तलविंदर सिंह, संत विष्णु सिंह, संत सिमरन सिंह ने भी वन विभाग के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की।

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