Crime

गंगा किनारे अवैध कॉलोनी के खिलाफ भैरव सेना संगठन ने एचआरडीए सचिव को सौंपा पत्र, कार्रवाई की मांग

कार्रवाई नहीं होने पर संगठन करेगा उग्र आंदोलन

हरिद्वार। ग्राम कांगड़ी श्यामपुर क्षेत्र में गंगा से 30 मीटर के दायरे में एनजीटी के नियमों को ताक पर रखकर अवैध कॉलोनी में बनाए जा रहे फ्लैटों के खिलाफ भैरव सेना संगठन ने मोर्चा खोल दिया है। संगठन ने हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के सचिव उत्तम सिंह चौहान को ज्ञापन सौंपकर सिगनेचर विला और बिल्डरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठाई है। कार्रवाई न होने पर संगठन ने आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है।
हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के सचिव को दिए गए पत्र में भैरव सेना संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु राजपूत ने बताया कि ग्राम कांगड़ी में गंगा से 30 मीटर के दायरे में एनजीटी के नियमों के विपरीत और प्राधिकरण की अनुमति एवं बिना नक्शा पास कराए कॉलोनी में अपार्टमेंट का अवैध निर्माण कार्य धड़ल्ले से किया जा रहा है, जो बिल्कुल नियम विरुद्ध है। एनजीटी की गंगा किनारे निर्माण नहीं करने के आदेश होने के बावजूद भी 30 मीटर के दायरे में ही अवैध कॉलोनी काटी गई है। जिसके अंदर बहुत तेजी से बहुमंजिला अपार्टमेंट का अवैध निर्माण कार्य हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण की अनुमति लिए बिना ही कराया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में इस तरह के प्रोजेक्ट से जान माल का भारी खतरा है ऐसे प्रोजेक्ट पर सरकार को तुरंत रोक लगानी चाहिए। हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण व एनजीटी के मांगों की अनदेखी की जा रही है। और धड़ल्ले से अवैध बिल्डिंगों का निर्माण कार्य बिल्डर द्वारा किया जा रहा है। फर्म सिग्नेचर विला द्वारा लोगों से मोटी रकम लेकर बुकिंग की जा रही हैं, जो कि सीधे-साधे लोगों को फंसाने का कार्य बिल्डरों द्वारा किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष ने चेतावनी देते हुए कहा कि अवैध कॉलोनी में किए जा रहे अपार्टमेंट के निर्माण के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। ज्ञापन देने वालों में जिला उपाध्यक्ष शोभा अरोड़ा, उपासना, पूजा अरोड़ा, विभाग संयोजक कृष्ण लाल प्रजापति, आकाश मिश्रा, विशाल कुमार, विशाल चौहान, वीरेंद्र कुमार, राधे कृष्ण, अजय नामदेव, सचिन चौधरी, संदीप कुमार, नवीन नायक, पवन कुमार, विशाल सिंह, दीपक कुमार, मोहित, विजय सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *